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Asafhalata ke kya kaaran hai ? | असफलता के क्या कारण है?

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Asafhalata ke kya kaaran hai ?| असफलता के क्या कारण है?

दोस्तों इस आर्टिकल में आज हम Asafhalata ke kya kaaran hai ? | असफलता के क्या कारण है?

इसके बारे में बात करेंगे। इस दुनिया में बहुत से लोग कड़ी मेहनत | Hard Work के बाद भी अपनी

ज़िंदगी में असफल हो जाते है। अगर देखा जाए तो असफलता के बहुत से कारण है। जिनमें से मैं कुछ

कारण ऐसे हैं। जो हमें असफलता की ओर ले जाते है। लेकिन अगर आप चाहे अपनी असफलता को

सफलता में बदल सकते हैं। लेकिन कैसे ? इसके लिए सबसे पहले आपको Asafhalata ke kya

kaaran hai ? असफलता के क्या कारण है? यह तलाश करना होगा। जब आप असफलता के मुख्य

कारण तलाश करेंगे। तब आपको पता चल जाएगा। कि आपने कहाँ गलती की है। जिसकी वजह से

आप जीवन में बार बार असफलता का सामना कर रहे हैं। तो चलिए, Asafhalata ke kya kaaran hai?

असफलता के क्या कारण है? असफलता के कुछ मुख्य कारणों पर नज़र डालते हैं। 

Asaphalata ke kya kaaran hai ? | असफलता के क्या कारण है?

पेहला क़दम उठाने से बचना।

सफलता पाने के लिए इंसान को सबसे पहले सोच समझकर अपना पेहला क़दम  उठाना चाहिए।

क्योंकि, सफलता पाने के लिए आपको कोशिश और ख़तरे भी उठाने पड़ते हैं। हो सकता है। आप

जल्दी में बिना सोचे समझे कोई ऐसा क़दम उठा ले जिसकी वजह से आपको बाद में पछताना पड़े।

इसलिए किसी भी काम को शुरू करने से पहले आपको ट्रेनिंग या एक टीचर की ज़रूरत होती है।

अपना पेहला क़दम उठाने से पहले आपको चाहिए। सबसे पहले आप उसकी ट्रेनिंग ले। फिर उसके

बाद अपना पेहला क़दम उठाएं ट्रेनिंग लेने से फायदा यह होगा। कि जब आप उस काम को करेंगे।

तब उसमें आने वाली सभी मुश्किलों का सामना आप सही ढंग से कर पाएंगे। और आपके Mind

में हारने का कोई ख़तरा नहीं होगा। फिर आप अपना पेहला क़दम उठाने से कभी नहीं डरोगे।

लगातार कोशिश करते रहना।

ज़िंदगी में जब इंसान सफलता पाने के लिए लगातार कोशिश करता रहता है। लेकिन जब कभी

उसकी कोशिश नाकाम हो जाती है। तब वह टूट जाता है। और अपनी लगातार कोशिश को बंद

कर देता है। उसको उस पर काबू पाना नामुमकिन सा लगता है। तब उसको एक ही रास्ता नज़र

आता है। भागना उसके लिए सबसे आसान रास्ता होता है। लेकिन यहां अगर हम सफल लोगों

की बात करें। तो वह लोग सफल ही इसलिए होते हैं। कि वह कभी मैदान छोड़कर नहीं भागते।

लगातार कोशिश करते रहते हैं। इसीलिए, वह असफल नहीं। बल्कि,अपनी ज़िंदगी में सफल

होते हैं। ज़्यादातर लोग अपनी कोशिश बंद करने की वजह से ही असफल होते हैं। अगर आप

ध्यान से समझो असफलता का कारण कोशिश बंद करना है। और सफलता का राज़ सिर्फ और

सिर्फ लगातार कोशिश करते रहना है। इसलिए लगातार कोशिश करते रहे।

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रातों-रात इच्छा पूरी करने कि चाह।

दुनिया में आज हर इंसान अपनी इच्छा को रातों-रात या पलक झपकते ही पूरा करना चाहता है।

यह भी असफलता का एक मुख्य कारण है। इंसान ये चाहता है। कि वह रातो-रात करोड़पति बन

जाए। इसीलिए लोग अपनी ईमानदारी का गला घोट कर रातो-रात अमीर बनना चाहते हैं। और

उसके लिए किसी भी शॉर्टकट का इस्तेमाल करते हैं। अपनी इच्छा या ख़ाहिश को जल्दी से पूरा

करने की चाह, में वह यह नहीं सोचते। के आगे चलकर इस का क्या नतीजा निकलेगा। वह अपनी

इच्छा को पूरी करने की चाह में सब भूल चुके हैं। ओर इसी को अपनी सफलता समझते हैं। उनको

यह नहीं मालूम कि यह उनका सिर्फ एक भ्रम है। और अपनी जिस सफलता को वह सफलता समझते

हैं। यह उनकी सबसे बड़ी असफलता का कारण है।

बहाने बनाना।

👉 बहाने बनाना छोड़िये | Don’t Make Excuses 

सफलता के रास्ते को जीतने वाला इंसान कभी बहाने नहीं बनाता। क्योंकि बहाने बनाना सबसे बड़ा 

असफलता का कारण है। बहाना बनाने वालों के पास अपनी असफलता के बहुत सारे कारण होते हैं।

दूसरों के सामने अपनी असफलता को इस तरह ज़ाहिर करते हैं। कि उस पर पूरी किताब लिक्खी

जा सकती है। एक सफल इंसान कभी भी बहाने तलाश नहीं करता। बल्कि अपने नतीजों पर ध्यान

देता है। इसीलिए वह कामयाब होता है। क्योंकि, उसके लिए नतीजे ही मायने रखते हैं। बहाने नहीं।

बहाने बनाना हमेशा इंसान को असफलता की ओर ले जाता है। सफल इंसान अपने काम को पूरा

करने के लिए। अपनी पूरी मेहनत और लगन से काम करता है। लेकिन उसको फिर भी सफलता

नहीं मिलती इसका मतलब ये नहीं। कि वह बहाने बनाएं। वह बहाने कभी नहीं बनाता। वह सिर्फ

अपनी कमियों को तलाश करता है। और उनको सही करके आगे बढ़ता जाता है। अगर आप भी

अपनी ज़िंदगी में सफल होना चाहते हैं। तो बहाने बनाना छोड़िए, टालमटोल करना छोड़ दीजिए।

और अपने गोल पर फोकस करिए। और आगे बढ़ते रहिए। तभी आप सफल हो सकते हैं।

अवसर को पहचानने कि कोशिश करिए।

इंसान की ज़िंदगी में हर क़दम पर अवसर आते हैं। यहां तक की अवसर बाधाओं के रूप में भी आते हैं।

बस आपको उन्हें पहचानना है। याद रखिए, जितनी बड़ी बाधा होगी। उतना ही बड़ा अवसर भी होगा।

अवसर को ना पहचानना असफलता का सबसे बड़ा कारण है। जब इंसान की ज़िंदगी में कोई बाधा

आती है। तब वे उससे बहुत डर जाता है। ओर इसी लिए वो अपने काम को सही नहीं कर पाता।

यही वक़्त होता हे। जब उसको अवसर को समझना होता है। इसी लिए हर बाधा को अवसर के रूप

में पहचानने कि कोशिश करनी है।

अपने माइंड का इस्तेमाल न कर पाना।

दुनिया में हर इंसान को गॉड ने एक दिमाग दिया है। जो गॉड की तरफ से एक तोहफा है।

लेकिन इंसान इसका इस्तेमाल बहुत कम करता है। और अपने माइंड में सभी इच्छाओं को

लेकर घूमता रहता है। इंसान के लिए सबसे दुखद बात ये है। वह अपने मन में कुछ इच्छाओं

को लिए हुए हि मर जाता है। और कभी ज़िंदगी में कुछ नहीं कर पाता। यहाँ पर मैं आपको

एक बात बताता चलूं अल्बर्ट आइंस्टाइन का कहना था। कि उसने अपनी पूरी ज़िंदगी में अपने

माइंड का इस्तेमाल केवल 25 परसेंट किया है। ज़्यादातर लोगों की ज़िंदगी का दुखद पहलू यही

होता है। कि अब वह अपने माइंड का इस्तेमाल एक परसेंट भी नहीं कर पाते। वह जीवित होते

हुए भी अपनी ज़िंदगी को नहीं जी पाते। यही वजह है। कि उनके माइंड में ज़ंग लग जाता है।

और इस ज़ंग की वजह उनके अंदर का आत्मविश्वास की कमी होना है। यही असफलता का

सबसे बड़ा कारण होता है।

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आत्मसम्मान कि कमी होना।

जिस इंसान में आत्मसम्मान की कमी होती है। वह लगातार अपने अंदर अपनी पहचान को

तलाश करते रहते हैं। और अपने आपको ढूंढते रहते हैं। इंसान को समझना चाहिए। कि

उसका आत्मसम्मान उसी के अंदर छुपा होता है। बस उसको अपनी गहरी नज़र से तलाश

करना पड़ता है। सबसे पहले आप अपने अंदर का आत्मसम्मान मज़बूत करें। फिर आपको

बाहर तलाश करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। अपने आत्मसम्मान को मज़बूत करके अपनी

पर्सनैलिटी को निखारे ताकि सामने वाला आपके अंदर कोई कमी तलाश ना कर पाए।

अगर आपके अंदर आत्मसम्मान की कमी है। तो यह भी असफलता का एक कारण हो

सकता है। आत्मसम्मान को मज़बूत करने के लिए आप हमेशा अच्छे लोगों के साथ बैठे।

और अच्छी किताबें पढ़ें, अच्छे ब्लॉक पढ़ें, मोटिवेशनल वीडियो देखें, मोटिवेशन आर्टिकल पढ़ें।

इससे आपके अंदर आत्मसम्मान की कमी दूर होगी। ओर आपका आत्मसम्मान मज़बूत होगा।

ज्ञान कि कमी को महसूस न करें।

अगर किसी इंसान में ज्ञान की कमी है। तो वह इस कमी को लेकर सारी ज़िंदगी पछताता रहता है।

जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। आज दुनिया में पता नहीं कितने ऐसे लोग हैं। जिनके अंदर ज्ञान बहुत

कम है। लेकिन वह सब सफलता की ऊंचाइयों को छू रहे हैं। यह बात सच है। कि जिस इंसान के

अंदर ज्ञान जितना ज़्यादा होता है। उसके पास सफलता पाने के रास्ते भी कहीं ज़्यादा होते हैं। और

उसको अपना पहला कदम बढ़ाने में भी आसानी होती है। लेकिन अगर कोई इंसान यह समझता है।

कि उसको सब कुछ मालूम है। तो मेरे ख़याल से उसको सीखने की सबसे ज़्यादा ज़रूरत होती है।

क्योंकि उसके अंदर का ज्ञान नहीं अहंकार बोल रहा होता है। और शायद इसी वजह से उसके

सफलता के रास्ते में दिक्कतें आती हैं। लेकिन अपने अहंकार की वजह से वह इसको इग्नोर करता है।

और असफलता की ओर बढ़ जाता है। यही उसकी असफलता का कारण होता है। इंसान को चाहिए।

अगर उसके अंदर ज्ञान की कमी है। वह उसको महसूस ना करें। हो सकता है। उसके अंदर कोई ओर

टैलेंट हो। उसको चाहिए। वो अपने उस हुनर को पहचाने। ओर उसको अपने अंदर से बाहर निकाले

उस पर काम करे ओर आगे बढ़ता रहे।

हिम्मत कि कमी।

सफल इंसान अपनी ज़िंदगी में कभी भी किसी चमत्कार होने का इंतज़ार नहीं करते। वो कभी यह भी नहीं सोचते।

के हमारा यह काम इतनी आसानी से हो जाएगा। वह हमेशा अपने काम में आने वाली रुकावट को काबू पाने की।

हिम्मत और ताक़त रखते हैं। वो किसी भी रुकावट आने पर हिम्मत नहीं हारते। ओर ना ही अपने अंदर हिम्मत कि। 

कमी होने देते हैं। क्योंकि, उनको मालूम है। अगर वह हिम्मत हार गए तो यही उनकी असफलता का सबसे बड़ा

कारण होगा। किसी भी रुकावट या परेशानी आने पर ये नहीं सोचते कि हमने क्या गवा दिया। बल्कि अपना फोकस

उस पर करते हैं। हमारे पास बचा क्या है। उनको पूरा विश्वास होता है। के हम इसको ठीक कर लेंगे। क्योंकि उन्हें

मालूम है। विश्वास पर टिके हुए भरोसे और उम्मीदें पूरी हो जाती है। और अगर इंसान विश्वास और हिम्मत खो बैठे तो।

वह असफलता की और बढ़ जाता है। एक बात ध्यान रखये, जो मुश्किलें आपके काबू से बाहर है। उनको लेकर

परेशान होने से कुछ नहीं होगा। कठिनाइयों का सामना करना है। तो ख़ुश रहने की कोशिश करो। मुश्किल वक़्त

में ये देखो आसपास अच्छा क्या हो रहा है। इस से हिम्मत मिलेगी ओर हौंसला बढ़ेगा। ओर कभि आपको अपने

अंदर हिम्मत कि कमी नहीं होगी।

अपने यक़ीन को मज़बूत बनाओ।

हमेशा याद रखिए, आप को अपने यक़ीन को मज़बूत बनाकर रखना है। अपने यक़ीन या विश्वास को

कमज़ोर नही पड़ने देना है। अगर आपके अंदर का विश्वास कमज़ोर पड़ेगा। तो ये आपको अपने लक्ष्य

में सफल नही होने देगा। इंसान के अंदर की सोच ही उसके यक़ीन को मज़बूत या फिर कमज़ोर बनाती है।

क्युकी, इंसान कि सोच या तो निगेटिव होती है। या पॉजिटिव होती है। अगर सोच निगेटिव होगी। तब इंसान

अपने लक्ष्य को पुरा करने में सफल नही होगा। क्योंकि उसकी नेगेटिव सोच उसके यक़ीन को मज़बूत नहीं

होने देगी। असफलता का एक मुख्य कारण ये भी है। एक सफल इंसान की सोच हमेशा पॉजिटिव होती है।

वो अपने Mind में आने वाली गलत सोच को हमेशा सकारात्मक सोच में बदलना जानते हैं। वो हमेशा अपने

यक़ीन को मज़बूत बनाकर रखते है। और अपने लक्ष्य पर Focus करते है। तभी अपने जीवन में सफल होते हैं। 

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लोगों कि बातों में न आए।

ज़िंदगी में असफल होने का मुख्य कारण यह भी है। कि हम बहुत जल्दी दूसरे लोगों की बातों में आ जाते हैं।

और यह वही लोग होते हैं। जो आपको सफल नहीं देखना चाहते हैं। आप जिस भी काम को करेंगे। आपके

हर उस काम में कमी निकालेंगे। लेकिन जिस काम को आप कर रहे हैं। उन्होंने चाहे वह काम ज़िंदगी में

कभी किया हो या ना किया हो। लेकिन वह उसमें फिर भी कमी निकालेंगे। और अपना पूरा तजुर्बा उस

काम में जाहिर करेंगे। मान लीजिए, आप किसी भी काम को कर रहे हैं। जब दूसरे लोग आपको उस काम

को करते हुए देखेंगे। तब वह आपसे कहेंगे। यह काम बहुत मुश्किल है। तुमसे नहीं हो पाएगा। मैंने इसके

बारे में ओर लोगों से मालूम किया है। ये बहुत मुश्किल काम है। तुम नहीं कर पाओगे। तुम बेकार इस काम

में अपनी क़िस्मतआज़मा रहे हो। और अपना टाइम ख़राब कर रहे हो। तुम्हें इस को छोड़ना पड़ेगा। इसके

अलावा कोई दूसरा काम देखो। दूसरे लोगों की यही सब बातें आपकी असफलता का कारण हैं। एक बात

याद रखें। ज़िंदगी में हर परेशानी का कोई ना कोई हल ज़रूर होता है। और उस हल की मौजूदगी का नाम

ही उम्मीद है। इस लिए लोगों कि बातों में ना आए। बस अपने Goal पर Focus करें।

👉 God ने हमें क्यों चुना है? | Why Has God Chosen Us?

God के नियमों को न समझना।

आपको यह समझना होगा। इस पूरी धरती पर गॉड के हिसाब से ही नियम चलते हैं। फिर चाहे

सफलता हो या असफलता। यही क़ुदरत का उसूल है। जिसको हमें मानना पड़ेगा। लेकिन अगर

इंसान गॉड के बनाए हुए नियमों को समझ जाए। तब उसको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।

लेकिन अगर गॉड के बनाए हुए नियमों से हटकर चलेंगे। तब सफलता पाना असंभव सा होता है।

ज़िंदगी में अगर इंसान को सफलता हासिल करनी है। तो उसे गॉड के नियमों के हिसाब से चलना

पड़ेगा। लेकिन, अब आप यह सोच रहे होंगे। गॉड के नियमों को। आखिर समझा कैसे जाएं।

जब आप किसी काम को अच्छे ढंग से करते हैं। और उस काम में अपनी पूरी लगन।

और जुनून दिखाते हैं। तो उस काम में आगे के लिए रास्ते अपने आप निकलने लगते हैं।

जिसका कभी आपको। अंदाज भी नहीं होता। और क़ुदरत आपकी सफलता के लिए रास्ते

खोलने लगती है। बस इसको समझने की। ज़रूरत होती है। यही गॉड का नियम है। लेकिन

अगर आपको किसी काम में परेशानी आती है। उस वक़्त पर गॉड आपको रास्ते दिखाता है।

लेकिन आप उसको समझ नहीं पाते। आप को समझना चाहिए। के हर मुश्किल के बाद आसानी

आती है। लेकिन लोग इस चीज़ को नहीं समझते। और वह परेशान होकर। अपने सफलता के

रास्ते को छोड़ देते हैं। फिर वह असफलता की ओर बढ़ जाते हैं। उनकी असफलता का

यही कारण होता है।

अपनी असफलता को छुपाना।

इंसान को अपनी असफलता कभी भी छुपानी नहीं चाहिए। क्योंकि असफलता के बाद इंसान

के माइंड में आने वाले नेगेटिव थॉट्स और भावनाओं को अगर आप छुपा कर रखेंगे। तो उससे

आप डिप्रेशन के शिकार हो सकते हैं। इंसान की असफलता का एक कारण यह भी होता है।

के असफल होने के बाद उसको छुपाता है। जबकि उसको चाहिए। वह अपने नज़दीकी लोगों

से अपनी असफलता को बताएं। उस को छुपाए नहीं। आप जिस भी काम को कर रहे हैं।

उसी फील्ड के लोग जो उस काम में सफल हो चुके हैं। उन लोगों से अपनी असफलता ज़रूर

शेयर करें। इससे होगा ये कि जहाँ आपने कमी की है। वह उसको ज़रूर बताएंगे। क्योंकि,

अपने नज़दीकी और ख़ास लोगों से बातचीत ही हमेशा मददगार होती है। आप जिस फील्ड

में भी सफलता प्राप्त करना चाहते हैं। उसी फील्ड के लोगों से हमेशा मेल जोल बनाकर रखें।

ताकि आपके रास्ते में आने वाली दिक्कतों को आप उनको बता सके। वही लोग आपकी मदद

कर सकते हैं। ऐसे लोगों से हमेशा आपको कुछ ना कुछ सीखने को ज़रूर मिलता है।

इसलिए अपनी असफलता को कभी भी इंसान को छुपाना या दबाना नहीं चाहिए।

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अपने अंदर के आलस्य को दूर करें।

इंसान को अपने अंदर से आलस्य को ख़त्म करना बहुत ज़रूरी है। क्योंकि असफलता का

एक मुख्य कारण ये भी है। इंसान की ज़िंदगी में आलस्य ही उसका सबसे बड़ा दुश्मन है।

ज़रा सोचिए, आपको किसी जॉब के इंटरव्यू के लिए जाना पड़े। या आप की कोई बहुत ही

ख़ास मीटिंग है। जिसमें आपको टाईम पर पहुंचना है। लेकिन अगर आप अपने आलस्य या

सुस्ती के कारण वहां पर लेट पहुंचते है। तो सामने वाले की नज़र में आप की वैल्यू कम होगी।

हो सकता है। आप एक बहुत अच्छा अवसर गवां दे। और ऐसा मुमकिन है। उस वक़्त जो काम

आपको मिलना था। आप के बदले किसी दूसरे को मिल जाए। क्यूंकि वह इंसान आपसे पहले

वहां पहुंच चुका था। लेकिन आप अपने आलस्य की वजह से एक अच्छा अवसर खो चुके हैं।

यही असफलता का सबसे बड़ा कारण होता है। अगर जीवन में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं।

तो सबसे पहले अपने अंदर से आलस्य को ख़त्म करें। तभी आप सफलता कि ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं।

इंसान कि असफलता ही सफलता का रास्ता दिखाती है।

इंसान के जीवन में एक ऐसा भी समय आता है। जब सभी चीज़े उसके विरोध में हो रही होती हैं।

और किसी भी तरफ से कोई सफलता की किरण नज़र नहीं आती। आप जिस भी काम को करते हैं।

उसमें असफलता ही मिलती है। यह ज़िंदगी का एक ऐसा मोड़ होता है। जहां सब कुछ गलत हो रहा

होता है। लेकिन इंसान उस समय में अगर अपनी हिम्मत और अपने अंदर के आत्मविश्वास को मज़बूत

रखें। तब वह उसी असफलता से कुछ ना कुछ ज़रूर सीख सकता है। इंसान की असफलता ही

सफलता का रास्ता दिखाती है। लेकिन इसमें धैर्य रखने की ज़रूरत होती है। ना की सफलता के करीब

पहुंचकर पीछे भागने की इसीलिए जीवन में असफलता सफलता से ज़्यादा महत्वपूर्ण होती है। क्योंकि,

यही असफलता इंसान को सिखाती है। और आगे का रास्ता दिखाती है। अगर असफलता की बात करें।

तो सबसे पहले थॉमस एडीसन का नाम आता है। लाइट बल्ब बनाने से पहले उन्होंने उसका प्रयोग एक

हज़ार बार किया। लेकिन फिर भी हार नहीं मानी। जब तक वह सफल ना हो गए। जीवन में ऐसे बहुत

से साइंटिस्ट गुज़रे हैं । और बड़े-बड़े महापुरुष भी गुज़रे हैं। जिनको अपने हर क़दम पर असफलता

का सामना करना पड़ा। लेकिन उन्होंने अपने जीवन में हार ना मानते हुए अपना लोहा मनवाया।

किसी महापुरुष ने सही कहा है। जीतने वाले कभी हार नहीं मानते और हार मानने वाले कभी

जीत नहीं सकते।

सफलता हासिल करने के नियम।

  • इंसान को कभी भी हारने के लिए नहीं बल्कि जीतने के लिए खेलना चाहिए।
  • ‌हमेशा दूसरों की गलतियों से सीख कर आगे बढ़े।
  • ‌सकारात्मक सोच वाले लोगों के संबंध में रहे।
  • ‌अपने विचारों को हमेशा ऊंचा रखें।
  • ‌अपने मज़बूत पहलुओं को जाने और उस पर काम करना शुरू करें।
  • ‌कोई भी फैसला लेते समय हमेशा हालात का जायज़ा लें।
  • ‌हमेशा सच बोले। अपनी सच्चाई के साथ कभी समझौता ना करें।
  • ‌जीवन में असफलता का कारण पता लगाने की कोशिश करें।
  • ‌ बिना कुछ दिए कुछ पाने की उम्मीद ना रखें।
  • ‌ जितना आप पाते हैं। उससे अधिक देने की कोशिश करें।
  • जिस काम को भी करें अपने पूरे फोकस के साथ करें।

दोस्तों आपको हमारा ये आर्टिकल Asafhalata ke kya kaaran hai ? | असफलता के क्या कारण है?

कैसा लगा। आप हमें कमेंट या ईमेल से बता सकते हैं। 

Email–  info@adhikjankari.com 

                                      धन्यवाद……🙏

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